इस फिल्म की कहानी, अभिनय, डायरेक्शन सबकुछ बिल्कुल हटकर है। फिल्म कई बार हँसाती है, गुदगुदाती है और कई बार भावुक कर देती है। बिन्नू ढिल्लों और सरगुन मेहता का काम काबिले-तारीफ है। यह कहना मुश्किल है कि दोनों में से किसका काम बेहतर है। हर कसौटी पर फिल्म खरी उतरती है, बस फिल्म का सेकंड हाफ थोड़ा सुस्त है।