कॉस्टयूम डिजाइनिंग हो या एक्टिंग डॉली जब भी परदे पर उतरी, अपने हटकर काम के लिए कई अवॉर्ड अपने नाम किये। बकौल डॉली, कॉलेज खत्म करने के बाद मेरे पास तीन विकल्प थे। एनएसडी, होटल मैनेजमेंट या एयर होस्टेस। बहुत असमंजस में थी तभी माँ ने कहा कि बाबाजी के सामने पर्चियां डाल जो निकलेगी उसी काम को चुन लेना। मैंने पर्ची उठाई तो उसमें एनएसडी लिखा हुआ था। बस यहीं से शुरू हो गया ये सफर।