पंजाबी सिनेमा में शुरू से अब तक अलग-अलग बैकराउंड वाले लोगों को पहचान बनाने के मौके दिए हैं। सिंगिंग, मॉडलिंग, टीवी इंडस्ट्री और थिएटर से जुड़े लोग ने यहां किस्मत आजमाकर खूब शोहरत बटोर चुके हैं। एक समय वो भी था जब थिएटर जगत की हस्तियां पंजाबी मूवीज के लीड रोल्स में दिखाई देती थी। धीरे-धीरे पंजाबी सिंगर्स का पंजाबी मूवीज पर एकाधिकार कायम हो गया। आजकल की फिल्मों में भी कई थिएटर आर्टिस्ट्स जुड़े हुए हैं। बेशक वो लीड रोल में नज़र न आएं पर अपने दमदार किरदार से अलग पहचान जरूर कायम कर ली है।
राज धालीवाल आज पंजाबी फिल्मों का खास चेहरा हैं। फिल्म एक्ट्रेस होने से पहले वह एक थिएटर आर्टिस्ट हैं। और हज़ारों नाटकों को स्टेज पर परफॉर्म कर चुकी हैं। दाना पानी फिल्म में उनका किरदार इतना दमदार था कि शायद ही किसी को उन्होंने न रुलाया हो। आगे भी वो इसी तरह के रोल करके अपनी पहचान कायम रखना चाहती हैं।
तान्या को इंडस्ट्री में अभी करीब दो साल ही हुए हैं। पॉलीवुड में आने से पहले वह जी ए न डी यू चार साल तक थिएटर से जुडी रही हैं। यही एक्टिंग के गुर सीखकर वह सन ऑफ़ मंजीत सिंह फिल्म का ऑडिशन क्लियर कर पाई और गुड्डियां पटोले में इनके किरदार को काफी सराहना मिली। एमी विर्क के साथ वह अब लीड रोल में नज़र आएंगी।
मशहूर थिएटर आर्टिस्ट नीलम मान सिंह के साथ काम के लिए जगजीत संधू की थिएटर जगत में एक पहचान थी। फिल्मों में कदम 2015 में रुपिंदर गाँधी से रखा और अलग हटकर किरदारों के लिए जाने गए। अब तक करीब 10 फिल्मों में काम किया। इस साल शडा फिल्म ब्लॉक बस्टर साबित हुई। थिएटर से जुड़े होने के कारण एक्टिंग को लेकर उनकी संजीदगी उनके हर रोल में दिखाई देती है।
एक्टर राहुल जुगराज ने थिएटर में एम ए किया है। कई फिल्मों में वह स्पोर्टिंग पर रीयलिस्टिक रोल्स में नज़रआए। सरदारजी 2, उडा अयेड़ा, सरदार मोहम्मद के अलावा आने वाले दिनों में वह कुछ अहम किरदार निभा सकते हैं।
पंजाब यूनिवर्सिटी में थिएटर की पढ़ाई कर चुकी जसपिंदर चीमा मिस पीटीसी रह चुकी हैं और पंजाबी फिल्मों में भी कई यादगार किरदार किये हैं। पॉलीवुड का ये जाना-माना चेहरा हैं और हिंदी फिल्म सावी में भी नज़र आ चुकी हैं।