अभय बिंदलिश
आज बुलंदियों को छू रही पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के बिना म्यूजिक इंडस्ट्री की कल्पना करना मुश्किल है। मुझे लगता है जल्दी ही यह हिंदी म्यूजिक इंडस्ट्री को पीछे छोड़ देगी। एक वो टाइम था जब पंजाबी सिंगर्स का करियर जालन्धर दूरदर्शन का लिश्कारा प्रोग्राम डिसाइड करता था। जालन्धर दूरदर्शन से यूथ पॉप आइकन का मुकाम यू ट्यूब और रंगीन डाटा रेवोलुशन की देन है। डिजिटल रेवोलुशन से रातों-रात म्यूजिक सैंसेशन पैदा होते हैं और करोड़ों व्यूवर्स मोबाइल की एक क्लिक पर मिल जाते हैं।
पहले पंजाबी म्यूजिक सुनने वाले ज्यादा थे और उसे डांस नंबर्स के तौर पर देखने वाले कम। 90 के दशक में जब पंजाबी म्यूजिक को पॉप के साथ जोड़कर नई तरह का ट्रेन्ड सामने आया तो यह लोगों के दिलों में रच बस गया। इसमें रैप-पॉप रीमिक्सिंग चलती रही और पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री बन गई देश की सबसे बड़ी नॉन फिल्मी इंडस्ट्री। मोहाली जो कि पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री का हब है, यहाँ 15 से 20 गाने रोज रिकॉर्ड और रिलीज़ किए जाते हैं।
बॉलीवुड ऐसे ही पंजाबी म्यूजिक से इतना प्रभावित नहीं। आज टॉप टेन बॉलीवुड सांग्स में ज्यादातर पंजाबी रीमिक्स हैं। पॉप-रैप का तड़का लगाने के बाद पंजाबी गाने बॉलीवुड मूवीज में रिक्रिएट किए जा रहे हैं। बॉलीवुड में एंट्री से गाने में करोड़ों नए फैंस का वैल्यू एडिशन हो जाता है। जो लोग हिंदी समझते हैं, उनके लिए पंजाबी समझना कोई मुश्किल नहीं। आज भी हंगामा म्यूजिक और गाना एप पर पंजाबी म्यूजिक टॉप पर है।