साल 2015 के बाद पांच साल के बाद फिर से साल 2020 में 'पंजाब दे जवाक' सॉन्ग रिलीज़ किया गया है। वजह है पॉपुलैरिटी। सिंगर जैसमीन सैंडलस ने यह सॉन्ग पांच साल पहले गाया था। और उस वक्त से लेकर अब तक उस गाने पर नौ लाख के करीब ही व्यूज़ हैं। लेकिन अब जब जैसमीन ने फिर से यह सॉन्ग रिलीज़ किया तो चार दिन में ही इसके व्यूज़ पांच लाख से ज्यादा हो चुके हैं। यानी आने वाले वक्त में इसके व्यूज़ डबल और ट्रिपल भी हो सकते हैं। साल 2015 में जैसमीन को पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में आए हुए कुछ ही वक्त हुआ था। और उस वक्त उनकी फैन फॉलोइंग बन रही थी। लेकिन आज जैसमीन का नाम पंजाब के सूपरस्टार्स में शामिल है। उनके गानों को बॉलीवुड में लिया जाता है, और सोशल मीडिया पर जैसमीन के फैन्स की गिनती लाखों में है। वह इस सॉन्ग को लाखों लोगों तक पहुंचाना चाहती थी, जोकि अब संभव है। वह जानती हैं कि उनके फैन्स उनके सॉन्ग का किस तरह से इंतेजार करते हैं। और इस बार जैसमीन एक खूबसूरत सोच के साथ एक प्रेरणा से भरा सॉन्ग 'पंजाब दे जवाक' सभी के सामने लेकर आई हैं। जैसमीन ने जब यह सॉन्ग फिर से रिलीज़ किया तो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि- काश जब मैं छोटी थी तो ऐसा सॉन्ग आया होता तो मैं भी समाज और उनकी सोच के डर से इतने सालों तक अपने सपनों को अंदर ही दबाए न रखती।
अपने सपनों को पूरा करने के लिए किस तरह की मुश्किलों का सामना आज भी एक लड़की को करना पड़ता है, उसकी सही मिसाल यह सॉन्ग है। दो मिनट के इस सॉन्ग में जैसमीन ने समाज का काला चिट्ठा खोल कर रख दिया है। किस-किस तरह की रुकावटें, बेड़ियां, ताने, खासतौर से एक लड़की को अपना सपना पूरा करने के लिए सुनने पड़ते हैं, इस सभी बातों को इलसट्रेशन के ज़रिए वीडियो में दिखा दिया गया है।
गीत के बोल- पंजाब दे जवाक, मैनु दे तू जवाब, कि तु बणेंगा गुलाम….
इस गीत के जरिए एक तरह से जैसमीन आज के युवा से सीधा-सीधा पूछ रही है, कि समाज के लोगों की बातों में आकर गुलाम बनकर अपनी जिंदगी बिताएगा या फिर अपने सपनों को पूरा करने के लिए बिना किसी परवाह के आगे बढ़ता जाएगा, मुझे इसका जवाब दो।