Friday, November 29, 2024

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दिलजीत और कंगना में हुई किसान आंदोलन को लेकर तू-तू-मैं-मैं, हिंदी और पंजाबी में हुए ट्विवट से कंप्यूज हुए लोग

Punjabi Paltan Network | December 05, 2020 12:22 PM

 जाना था जापान, पहुंच गए चीन… यह बात दिलजीत दोसांझ और कंगना रनौत के चल रहे मुद्दे पर सही बैठती है। क्योंकि आज का सबसे बड़ा मुद्दा बना है किसानों के हक का, लेकिन सोशल मीडिया पर यह चर्चा चमचा-चमची जैसे शब्दों पर पहुंच गई है। हाल यह हो गया है कि दुनिया आज दिलजीत दोसांझ और कंगना रनौत के बीच हो रही तू-तू-मैं-मैं का मज़ा लेने लग गई है। बहती गंगा में हाथ धोने वालो की कमी नहीं है। एक तरफ है कंगना और दूसरी तरफ है दिलजीत। दोनों की सोशल मीडिया वॉर हर जगह ट्रेंड कर रही है। फरक सिर्फ इतना है कि किसानों के मुद्दों के अलावा हर चीज़ पर यह दोनों एक दूसरे पर उंगली उठा रहे हैं। दिलजीत पंजाबी में कंगना के हर ट्विवट का जवाब दे रहे हैं, इस वजह से कई लोग ट्विवटर पर ही ट्रांसलेशन के बारे में पूछ रहे हैं। कहीं करण जोहर आ जाते हैं, तो कहीं कंगना पर बने मीम आ जाते हैं। हाल यह है कि दोनों के सपोटर्स बाकी की ऑडियंस के लिए एंटरटेनमेंट से भरे वीडियोज़ शेयर कर रहे हैं। 

बात कहां से शुरू हुई

असल में कंगना ने किसान बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरे सपोटर्स की एक फोटो जिसमें एक बुजुर्ग महिला आंदोलन का हिस्सा बनी हुई, उन्हे लेकर सोशल मीडिया पर लिख दिया कि वो बुजुर्ग महिला वही है जो शाहीन बाग वाले आंदोलन में भी हिस्सा ले रही थी, और अब वह 100 रुपए के लिए किसान आंदोलन में पहुंच गई। बस इसी के बाद विवाद शुरू हो गया।

दिलजीत के लिखे कुछ tweet

साड्‌डी मावां रब वर्गियां, जेड़ा साड्‌डी मां नू बुरा बोले ओ साड्‌डे लई कोई स्टार-स्टूर नहीं, जवाब जरूर देवीं साड्‌डी बेबे दा, भज न हुण, जद्दो दुबारा खुरक हुई दस दीं, पंजाबी तैयार ही रैंदे हां….

पीसफुल प्रोटेस्ट चल रिया है, सब किसान दे नाल है, (कंगान टीम) ऐदे वर्गे कुछ लोग जो भौंक के माहौल खराब करन दी, ते डायवर्ट करन दी पॉलिटिक्स खेल रए आं, सारे नोट करन, एह जनानी शुरू तो ही मुद्दे नू डायवर्ट करन दा कम करदी रई ए, पंजाबी जानदे तैनु….

कंगना के लिखे कुछ tweet

 

ओ करन जोहर के पालतु, जो दादी शाहीन बाग में अपनी सीटिजनशिप के लिए प्रोटेस्ट कर रही थी, वही बिलकिस बानो दादी जी फार्मर्स के msp के लिए भी प्रोटेस्ट करती हुई दिखी, महिंदर कौर जो को तो मैं जानती भी नहीं, क्या ड्रामा चलाया है तुम लोगों ने, स्टॉप दिस राइट नाओ….

मेरा या तुम्हारा सही होना जरूरी नहीं है, देश का सही होना जरूरी है। तुम लोग फार्मर्स को भटका रहे हो, परेशान हूं मैं इन प्रोटेस्ट से, आए दिन इन रॉयट्स से, इस खून खराबे से, और तुम सब भागीदार हो इसमें…

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